Indian Geography Notes for CET : राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा समान पात्रता परीक्षा (सीईटी)सीनियर स्तर की परीक्षा 22 , 23 एवं 24 अक्टूबर को प्रदेश के जिला मुख्यालय पर आयोजित होने जा रही है। ये परीक्षाएं तीन दिन और 6 चरणों में होगी । इस परीक्षा में प्रदेश के 18 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे । चयन बोर्ड इस परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र 14 अक्टूबर को जारी कर दिए गए । इस बार बोर्ड ने परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा के दौरान एवं परीक्षा से पूर्व कुछ दिशा निर्देश जारी किया है। अतः जो परीक्षार्थी सीईटी परीक्षा देने जा रहे है वो भारत भूगोल के नोट्स का अध्ययन करके जरूर जाए।
भारत के भूगोल में भारत की जलवायु , अपवाह तंत्र , वन्य एवं वाणी जीव , भारत का सामान्य परिचय , भारत का भौतिक विभाजन आदि से प्रश्न आने की संभावना है । अतः इस टोपिक का अध्ययन करके जाए इससे आपको परीक्षा में बहुत ही हेल्प मिल सकती है।
Indian Geography Notes for CET
❖ भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किलोमीटर है ।
❖ भारत का क्षेत्रफल विश्व के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है ।
❖ क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में सातवाँ स्थान ।
❖ भारत से बड़े देश रूस , कनाडा ,चीन , संयुक्त राज्य अमेरिका , ब्राजील ,आस्ट्रेलिया ।
❖ जनसंख्या की दृष्टि से चीन के बाद दूसरा स्थान ।
❖ भारत की सात देशों के साथ स्थलीय सीमा लगती है ।
- बांग्लादेश ( सर्वाधिक सीमा )
- चीन – ( मैकमोहन रेखा ) 1914 ई. शिमला सम्मेलन में निर्धारण
- पाकिस्तान ( 3323/3310 किलोमीटर तीन राज्य एवं दो केंद्र शासित प्रदेश )
- नेपाल
- म्यांमार
- भूटान
- अफगानिस्तान – (डुरंड रेखा) (न्यूनतम सीमा केवल लद्दाख से )
❖ पाँच राज्यों के साथ सीमा लगाने वाले देश –
- बांग्लादेश – मिजोरम , त्रिपुरा , मेघालय , असम ( न्यूनतम सीमा), पश्चिम बंगाल ( सर्वाधिक सीमा)
- नेपाल – उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश ( सर्वाधिक सीमा) ,बिहार ,पश्चिम बंगाल (सबसे कम) एवं सिक्किम ।
❖ चार राज्यों के साथ सीमा लगाने वाले देश –
- भूटान – सिक्किम ( न्यूनतम सीमा) , पश्चिम बंगाल , असम , अरुणाचल प्रदेश ( सर्वाधिक सीमा)
- म्यांमार – अरुणाचल प्रदेश ( सर्वाधिक सीमा) , नागालैंड (न्यूनतम सीमा) , मणिपुर , मिजोरम ।
- चीन – हिमाचल प्रदेश , उतराखंड , सिक्किम (न्यूनतम सीमा) , अरुणाचल प्रदेश। Read more
भारत का भौगोलिक स्वरूप
❖ भारत विभिन्न स्थलाकृतियों वाला एक विशाल देश है।
❖ हमारे देश में हर प्रकार की भू-आकृतियाँ पायी जाती हैं, जैसे पर्वत, मैदान, मरुस्थल, पठार तथा द्वीप समूह।
❖ हिमालय एवं उत्तरी मैदान हाल में बनी स्थलाकृतियाँ हैं।
❖ उत्तरी मैदान जलोढ़ निक्षेपों से बने हैं।
प्रायद्वीपीय पठार आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों वाली कम ऊँची पहाड़ियों एवं चौड़ी घाटियों से बना है।
मुख्य भौगोलिक वितरण
❖ NCERT के अनुसार भारत की भौगोलिक आकृतियों को 6 वर्गों में विभाजित किया गया है सामान्यत: चार वर्गों में विभाजित करते है –
(1) हिमालय पर्वत श्रृंखला
(2) उत्तरी मैदान
(3) प्रायद्वीपीय पठार
(4) भारतीय मरुस्थल
(5) तटीय मैदान
(6) द्वीप समूह
हिमालय पर्वत श्रृंखला
❖ हिमालय के उत्तर में तीन पर्वत श्रेणियाँ है –
- काराकोरम
- लद्दाख
- जास्कर Read more
भारत की जलवायु
❖ एक विशाल क्षेत्र में लंबे समयावधि (30 वर्ष से अधिक) में मौसम की अवस्थाओं तथा विविधताओं का कुल योग ही जलवायु है।
❖मौसम एक विशेष समय में एक क्षेत्र के वायुमंडल की अवस्था को बताता है।
❖ मौसम तथा जलवायु के तत्त्व, जैसे तापमान, वायुमंडलीय दाब, पवन, आर्द्रता तथा वर्षण एक ही होते हैं।
❖मौसम की अवस्था प्रायः एक दिन में ही कई बार बदलती है।
❖ लेकिन फिर भी कुछ सप्ताह, महीनों तक वायुमंडलीय अवस्था लगभग एक समान ही बनी रहती है, जैसे दिन गर्म या ठंडे, हवादार या शांत, आसमान बादलों से घिरा या साफ तथा आर्द्र या शुष्क हो सकते हैं।
❖महीनों के औसत वायुमंडलीय अवस्था के आधार पर वर्ष को ग्रीष्म, शीत या वर्षा ऋतुओं में विभाजित किया गया है।
❖मानसून शब्द की व्युत्पत्ति अरबी शब्द ‘मौसिम’ से हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ है- मौसम।
❖ मानसून का अर्थ, एक वर्ष के दौरान वायु की दिशा में ऋतु के अनुसार परिवर्तन है। Read more
भारत में अपवाह प्रणाली
❖ भारत के अपवाह तंत्र का नियंत्रण मुख्यतः भौगोलिक आकृतियों के द्वारा होता है।
❖ इस आधार पर भारतीय नदियों को दो मुख्य वर्गों में विभाजित किया गया है-
❖ हिमालय की नदियाँ तथा प्रायद्वीपीय नदियाँ
❖ हिमालय की अधिकतर नदियाँ बारहमासी नदियाँ होती हैं।
❖ इनमें वर्ष भर पानी रहता है, क्योंकि इन्हें वर्षा के अतिरिक्त ऊँचे पर्वतों से पिघलने वाले हिम द्वारा भी जल प्राप्त होता है।
❖ हिमालय की दो मुख्य नदियाँ सिंध तथा ब्रह्मपुत्र इस पर्वतीय श्रृंखला के उत्तरी भाग से इस निर्माण किया है।
❖ अधिकतर प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसमी होती हैं, क्योंकि इनका प्रवाह वर्षा पर निर्भर करता है।
❖ हिमालय की नदियों की तुलना में प्रायद्वीपीय नदियों की लंबाई कम तथा छिछली हैं।
हिमालय की नदियाँ
❖ सिंधु, गंगा तथा ब्रह्मपुत्र हिमालय से निकलने वाली प्रमुख नदियाँ हैं।
❖ ये नदियाँ लंबी हैं तथा अनेक महत्त्वपूर्ण एवं बड़ी सहायक नदियाँ आकर इनमें मिलती हैं।
❖ किसी नदी तथा उसकी सहायक नदियों को नदी तंत्र कहा जाता है।
सिंधु नदी तंत्र
❖ सिंधु नदी का उद्गम मानसरोवर झील के निकट तिब्बत में है।
❖ पश्चिम की ओर बहती हुई यह नदी भारत में लद्दाख से प्रवेश करती है।
❖ इस भाग में यह एक बहुत ही सुंदर दर्शनीय गार्ज का निर्माण करती है।
❖ इस क्षेत्र में बहुत-सी सहायक नदियाँ जैसे जास्कर, नूबरा, श्योक तथा हुंजा इस नदी में मिलती हैं।
❖ सिंधु नदी बलूचिस्तान तथा गिलगित से बहते हुए अटक में पर्वतीय क्षेत्र से बाहर निकलती है। Read more
वन्य जीव एवं अभयारण्य
❖ भारत में 106 राष्ट्रीय उद्यान एवं 573 वन्य जीव अभयारण्य है।
❖ देश में अठारह आरक्षित क्षेत्र स्थापित किए गए हैं जिसमे 12 को विश्व के आरक्षित क्षेत्र मे गणना की जाती है ।
❖ वन्य जीव कुल विश्व का 13 प्रतिशत है।
❖ भारत में मछलियों की 2.546 प्रजातियाँ हैं जो विश्व की लगभग 12 प्रतिशत है।
❖ स्तनधारी जानवरों में हाथी सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है। ये असम, कर्नाटक और केरल के उष्ण तथा आर्द्र वनों में पाए जाते हैं।
❖ एक सींग वाले गैंडे पश्चिमी बंगाल तथा असम के दलदली क्षेत्रों में रहते हैं।
❖ कच्छ के रन तथा थार मरुस्थल में क्रमशः जंगली गधे तथा ऊँट रहते हैं।
❖ भारतीय भैंसा, नील गाय, चौसिंघा, छोटा मृग (गैजल) तथा विभिन्न प्रजातियों वाले हिरण आदि जानवर भारत में पाए जाते हैं।
❖ भारत जीव सुरक्षा अधिनियम सन् 1972 में लागू किया गया ।
❖ भारत विश्व का अकेला देश है जहाँ शेर तथा बाघ दोनों पाए जाते हैं।
❖ भारतीय शेरों का प्राकृतिक वास स्थल गुजरात में गिर जंगल है। Read more
JOIN WHATSAPP | CLICK HERE |
JOIN TELEGRAM | CLICK HERE |